शिल्पा का नया मोटिवेशन : मलासन और दंडासन

बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी (Shilpa Shetty) भले ही फिल्मों से दूर चली गई हैं पर हर समय वह किसी न किसी तरह से चर्चा में बनी रहती हैं। पिछले महीने जब योग, एक्सरसाइज और डाइट पर आधारित उनका एप लांच हुआ था तब सुर्खियों में थीं। उन्होंने सोनाक्षी सिन्हा और आलिया भट्ट तक से इस एप का प्रचार करवाया। अब उन्होंने सोशल मीडिया पर एक नया मोटिवेशनल वीडियो उम्दा ज्ञान के साथ अपने चाहने वालों के लिए छोड़ा है। इसमें वह वर्कऑउट के साथ मलासन (Malasana) और दंडासन (Dandasana) की सलाह दे रही हैं। आइए जानते हैं क्या हैं इन आसन के महत्व और इन्हें कैसे करने से कितना बड़ा लाभ होता है।

मलासन (Malasana)

मलासन अर्थात मल+आसन। मल त्याग करते वक्त हम जिस अवस्था में बैठते हैं, लगभग उसी अवस्था में इस आसन को किया जाता है। इसे गारलैंड पोज भी कहा जाता है। इस आसन के ढेर सारे लाभ हैं।

इस तरह करें

मलासन के लिए सबसे पहले दोनों पैरों के बीच दूरी बनाते हैं और सांस छोड़ते हुए नीचे की तरफ बैठते हैं। इस दौरान आपके दोनों हाथ नमस्कार की मुद्रा में होने जरूरी हैं।

अब दोनों हाथों की कोहनियों को दोनों जांघों के बीच रखते हुए सांस को बाहर की तरफ छोड़ें। इस अवस्था में आप 1 से 1.5 मिनट तक रह सकते हैं।

यह क्रम रोज सुबह कम से कम पांच बार करें। करते समय अपना ध्यान नाभि पर केंद्रित रखें।

आसन के लाभ

मलासन का सबसे अधिक लाभ दफ्तर में लगातार घण्टों बैठकर काम करने वालों को होता है। इससे उनको कब्ज की समस्या से राहत मिलती है। इस आसन से पेट दर्द और भूख न लगने की दिक्कत भी दूर होती है। यह आसन वजन घटाने में काफी मददगार साबित होता है।

दंडासन (Dandasana)

दंडासन दो शब्दों से मिलकर बना है। डंडा (Stick) + आसन। इसे स्टॉफ आसन भी कहते हैं। इस आसन को बैठकर किया जाता है। यह कई आसनों का आधार भी है। इसे करना एकदम आसान है। दर्द के रोगियों को तो इसे करना ही चाहिए।

ऐसे करें

दंडासन के लिए सबसे पहले समतल फर्श पर सीधा बैठ जाएं और दोनों पैर आगे फैलाएं। इस दौरान दोनों पैर एक दूसरे से सटे होने चाहिए।

अब दोनों हाथों को सीधे रखते हुए हथेलियों को जमीन पर रखें। हाथ कूल्हे से सटे होने चाहिए। इसके बाद पैरों की अंगुलियों को अपनी ओर खींचें। इस समय जांघ और एड़ी को फर्श पर टिकाए रखें।

फिर सीने को ऊपर की तरफ करते हुए कंधों में खिंचाव लाएं। इस क्रिया के दौरान आपको अपनी सांस सामान्य ही रखनी है।

अब 1 से 1.5 मिनट बाद वापस सामान्य मुद्रा में आ जाएं।
इस आसन को रोज कम से कम पांच बार करें।

ये हैं फायदे

दंडासन से शरीर का पॉस्चर सुधरता है। इस आसन से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और बैक-पेन से निजात मिलती है। इससे जांघ और एड़ियों के दर्द में आराम मिलता है। सायटिका के मरीजों को इस आसन को करने की सलाह दी जाती है। दंडासन पाचन तंत्र सुधारने के साथ ही एकाग्रता बढ़ाने का भी काम करता है।

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