लॉकडाउन में डाइबिटीज रोगी इन 5 बातों को हल्के में न लें

कोरोना महामारी के बढ़ते कहर के बीच अगर सबसे ज्यादा किसी पर आफत आई है तो वे हैं विभिन्न बीमारियों के मरीज। 60 वर्ष से ऊपर खासकर डाइबिटीज के मरीजों को कोरोना वायरस से खतरा ज्यादा है। ऐसी रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें खुलासा किया गया है कि कोरोना संक्रमण से मरने वालों में बहुत से लोग डाइबिटिक थे। इसलिए डाइबिटीज के मरीजों को लॉकडाउन के दिनों में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। गौर हो कि अपने देश में 30 लाख लोगों का डाइबिटीज का इलाज चल रहा है।

1. शुगर लेवल की मॉनिटरिंग

अपने शुगर लेवल को नियमित चेक करते रहें। इससे बीमारी की किसी भी प्रकार की जटिलताओं से बच सकते हैं। ब्लड शुगर मीटर की सहायता से अपना लेवल घर पर ही चेक करें। लेवल बढ़ने या घटने की स्थिति में सतर्कता प्रावधानों पर अमल करें। घर में बैठे-बैठे कुछ भी खाने से भी ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है, इसलिए भी कंट्रोल जरूरी है। अगर मीटर पर आपकी रीडिंग 140mg/dL से नीचे है तो इसे नॉर्मल स्थिति कह सकते हैं। अगर यही लेवल 140 से 199mg/dL दिखाता है तो प्रीडाइबिटीज की निशानी है।

2. दवा का पर्याप्त स्टॉक

डाइबिटीज से राहत के लिए आप मेटफॉर्मिन ले रहे हों या इंसुलिन या कोई और दवा, इन सबका लॉकडाउन के समय पर्याप्त स्टॉक रखना जरूरी है। इलाके में कोरोना का मामला आने पर कभी भी सब कुछ सील होने की स्थिति आ सकती है। दवा न होने या ब्रेक होने पर स्थिति कभी भी बिगड़ सकती है। इसके लिए जरूरी है कि कुछ ऑनलाइन सलाहों का सहारा लें या खुद के डॉक्टर से फोन पर समय-समय पर सलाह लें।

3. नियमित व्यायाम

अमेरिकन डाइबिटीज एसोसिएशन के अनुसार टाइप 2 डाइबिटीज के मरीजों को हफ्ते में ढाई घन्टे कम से लेकर ज्यादा तीव्र शारीरिक गतिविधि में भाग लेना जरूरी है। लॉकडाउन में सैर, साइकिलिंग या स्विमिंग आदि के बजाय घर में ही योग आसन या एक्सरसाइज करना सही और सुरक्षित तरीका है। मनोरंजन के बीच शारीरिक गतिविधि के लिए डांस का सहारा भी लिया जा सकता है।

4. ज्यादा कैलोरी से दूरी

डाइबिटीज के मरीजों को ज्यादा कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों से दूरी बनाकर रखना चाहिए। इससे बीमारी में दिक्कत बढ़ने के साथ ही वजन बढ़ने का भी खतरा रहता है। ड्राई फ्रूट, जेम, जेली, डिब्बाबंद जूस, अचार जिसमें चीनी या नमक हो आदि खाने से बचना चाहिए। ऐसे मरीज तरबूज और केला खा सकते हैं, पर ये भी संतुलित मात्रा में हों तभी सेहत के लिए ठीक है। इन मरीजों के लिए टमाटर, ब्रोकोली और शिमला मिर्च का सेवन बेहतर होता है।

5. अफवाहों पर ध्यान नहीं

डाइबिटीज के मरीज, खास तौर से जो 60 वर्ष से ऊपर के हैं, उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है। कोरोना को लेकर किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। पहली बात यह कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रहने वालों को कोरोना होने का खतरा न के बराबर है। दूसरी बात यह है कि दुनियाभर से बहुत सी ऐसी खबरें आईं जिन्होंने साबित किया कि बुजुर्गों ने किस तरह से कोरोना को मात दे दिया। बेवजह ज्यादा सोचने से सिर्फ और सिर्फ चिंता और तनाव ही बढ़ेगा, इसलिए हमेशा खुश रहें।

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