कलौंजी (Kalonji) के ये खास फायदे जानकर आप चौंक जाएंगे
कलौंजी (Kalonji) भारतीय मसालों में प्रमुख तौर पर शुमार है, जिसकी खुशबू विभिन्न डिश को लाजवाब बना देती है। इसकी खूबी इतने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इससे भी बहुत बढ़कर है। प्राकृतिक उपचार के तौर पर इसका कई बीमारियों में प्रयोग किया जाता है। इसे काला जीरा या Nigella Seeds भी कहते हैं। इसमें विटामिन A, विटामिन B6, विटामिन C, कैल्शियम, आयरन और प्रोटीन पाए जाने की वजह से यह स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभदायक सिद्ध होता है। कलौंजी में सोडियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम की मौजूदगी से इसके फायदे और बढ़ जाते हैं। ब्लड प्रेशर एवं डायबिटीज नियंत्रित रखने, वजन घटाने, मेमोरी बढ़ाने और जोड़ों के दर्द आदि में यह बहुत कारगर है। इसके फायदे जानकर आप चौंक जाएंगे।
ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण
ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण में कलौंजी का बीज बहुत कारगर साबित होता है। कलौंजी के सेवन से बुरे कोलेस्ट्रॉल में कमी आती है, जबकि अच्छे कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि होती है। एक अध्ययन में पाया गया कि 12 हफ्ते तक रोज 2 ग्राम कलौंजी लेने वालों का बुरा कोलेस्ट्रॉल घटा हुआ था। इसमें कलौंजी का तेल और पाउडर भी लाभकारी साबित होता है। शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल कम होने से हृदय रोग संबंधी खतरे भी कम होते हैं।
डायबिटीज में कारगर
कलौंजी डायबिटीज में बहुत कारगर है। इसके सेवन से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है। डायबिटीज के मरीजों को ब्लैक-टी में कलौंजी का तेल डालकर सेवन करना चाहिए। इसके लिए 1 कप ब्लैक टी में 1/2 कप कलौंजी का तेल मिलाकर सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले लें। इसे तब तक लेते रहें जब तक कि आपका शुगर लेवल नॉर्मल न हो जाए।
वजन घटाने में मददगार
कलौंजी वजन घटाने में बहुत मददगार साबित होता है। इसके लिए इसके तेल को किसी आहार के साथ लिया जा सकता है। कलौंजी का तेल पेट की चर्बी घटाने के साथ ही बार-बार लगने वाली भूख को भी कम करता है। इसमें कलौंजी का बीज भी बहुत काम आता है। इसके बीज को सबसे पहले धूप में 3-4 दिन तक अच्छे से सुखा लें। अब इसके 4-5 बीज को रोज दोपहर या शाम को पानी के साथ लें। एक हफ्ते में इसका असर दिखना शुरू हो जाता है।
जोड़ों के दर्द की दवा
जोड़ों के दर्द में कलौंजी बहुत काम आता है। इसके लिए मुट्ठीभर कलौंजी का बीज लें। इसे सरसों के तेल के साथ गर्म करें। जब तेल से थोड़ा जलने जैसी गंध आने लगे तो आंच बंद कर दें। फिर ठंडा होने के बाद इसे जोड़ों पर लगाएं। इससे बहुत आराम मिलता है। जोड़ों के दर्द में कलौंजी का पाउडर भी बहुत लाभकारी साबित होता है। कलौंजी का तेल या पाउडर जोड़ों के बीच में ल्युब्रिकेंट बढ़ाने में मददगार होता है।
मेमोरी बढ़ाने की पॉवर
कलौंजी के बीज को शहद के साथ लेने से मेमोरी यानि स्मरण क्षमता में काफी वृद्धि होती है। इसके अलावा इसका ड्रिंक बनाकर भी लेने से काफी लाभ मिलता है। पुदीने की कुछ पत्ती लें, इन्हें पानी में डालकर उबाल लें। अब इसमें आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिला दें। इसे दिन में दो बार लेने से स्मरण क्षमता में काफी वृद्धि होती है। कलौंजी के बीज को शहद और गर्म पानी से लेने पर अस्थमा में भी काफी लाभ पहुंचता है।
लिवर, पाइल्स और पाचन में फायदेमंद
कलौंजी का तेल या पाउडर लिवर के लिए उपयोगी होता है। पीलिया रोग में इसके सेवन से लाभ पहुंचता है। पाइल्स में असर वाली जगह पर कलौंजी का तेल सिरके में मिलाकर लगाने से काफी राहत मिलती है। इससे पाचन में भी सुधार होता है। ब्लैक-टी में कलौंजी का तेल मिलाकर लेने से पाचन ठीक रहता है। कील-मुहांसों और बालों के झड़ने से रोकने में भी कलौंजी बहुत कारगर साबित होता है।
ये लोग सावधानी बरतें
- गर्भवती महिलाओं को कलौंजी के सेवन से बचना चाहिए। फिर भी अगर लेना पड़े, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें। ब्रेस्टफीडिंग वाली महिलाओं को भी इसे नहीं लेना चाहिए।
- अगर रक्त जमने (Blood Clotting) की दवा ले रहे हैं तो कलौंजी का सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
- कलौंजी बहुत ज्यादा मात्रा में नहीं लेना चाहिए। इससे नुकसान हो सकता है। कलौंजी लेने पर किसी भी तरह की दिक्कत होने पर तुरंत इसका सेवन बंद कर देना चाहिए।
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