ब्रा छोड़ने की महिलाओं में लगी होड़
दुनियाभर की महिलाओं में ब्रा छोड़ने की होड़ लग गई है। आखिर ऐसा क्या हुआ कि एकाएक इस होड़ ने मुहिम का रूप ले लिया ? इस मुहिम का नाम दिया गया है #NoBra । इस हैशटैग के तहत महिलाएं बिना ब्रा के सोशल मीडिया पर अपने फोटो शेयर कर रही हैं। इसके पीछे महिला आजादी का तर्क दिया जा रहा है। हालांकि, इसकी आलोचना करने वाले भी कम नहीं हैं। उनका कहना है कि यह आजादी के नाम पर स्वच्छंदता का फूहड़ प्रदर्शन है।
सुली ने की शुरुआत
#NoBra मुहिम की शुरुआत दक्षिण कोरिया से तब हुई जब वहां की मशहूर गायिका और अभिनेत्री सुली (jelly_jilli) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर बिना ब्रा पहनी हुई अपनी तस्वीर और वीडियो शेयर करनी शुरू की। वैसे तो मई 2017 में ही 25 वर्ष की इस स्टार ने ऐसी तस्वीर डालने की शुरुआत कर दी थी पर अभी अप्रैल में इंस्टाग्राम पर पोस्ट की गई बिना ब्रा की उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई। इस फोटो को अब तक 3 लाख 75 हजार से अधिक लोग लाइक कर चुके हैं और इस पर 6 हजार से भी अधिक लोगों के कमेंट आ चुके हैं। गौर हो कि इंस्टाग्राम पर सुली के 57 लाख फॉलोवर्स हैं।
तुम अपने निप्पल छिपाओ
सुली के इस फोटो के बाद से दक्षिण कोरिया में महिलाएं बिना ब्रा की अपनी तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करने लगीं। यह सिलसिला अब तक लगातार जारी है। इसको देखकर कुछ और देशों की महिलाएं भी ऐसा कर रही हैं। इनका कहना है कि ब्रा पहनना या न पहनना उनका निजी मामला है। उधर, इसकी आलोचना करने वाले सुली पर बहुत तीखा कमेंट कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने कमेंट किया “ब्रा पहनने या न पहनने का हम तुम पर इल्जाम नहीं लगा रहे, हम यह बता रहे हैं कि तुम्हें अपने निप्पल छिपाने चाहिए।”
“ब्रा मेरे लिए एक एसेसरी के समान”
तमाम आलोचनाओं के बाद आखिर पिछले 21 जुलाई को सुली ने सार्वजनिक तौर पर मुखातिब होकर बोल्ड तरीके से इसका जवाब दिया। उनका कहना था कि “ब्रा मेरे लिए एक एसेसरी के समान है। कुछ ऑउटफिट ऐसे होते हैं, जिन्हें पहना जा सकता है और कुछ को नहीं। इसलिए कई बार मैं ब्रा नहीं पहनती। वैसे भी ब्रा में वायर होते हैं जो सेहत के लिए ठीक नहीं होते हैं।”
सेहत पर कितना असर
बहुत से हेल्थ एक्सपर्ट्स सुली के ब्रा और हेल्थ को लेकर किए गए दावे को खारिज करते हैं। उनका कहना है कि ब्रा नहीं पहनने से महिलाओं को ब्रेस्ट पेन के साथ-साथ बैक-पेन भी हो सकता है। ऐसी युवतियों या महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर होने की आशंका भी बनी रहती है। हालांकि, अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के विशेषज्ञों का कहना है कि इसका भी कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि ब्रा पहनने से ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है।
#freethenipps के बाद दूसरी मुहिम
बहरहाल सोशल मीडिया की इस #NoBra मुहिम ने कुछ समय पहले चले #freethenipps अभियान के बाद फिर से महिला आजादी पर एक नई बहस छेड़ दी है। आपकी क्या सोच है?
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