शहरी मधुमक्खियों का शहद क्यों है सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद

शहरी मधुमक्खियों द्वारा उत्पादित शहद में एंटीऑक्सीडेंट्स फेनोलिक यौगिक का स्तर उनकी ग्रामीण समकक्षों की तुलना में अधिक होता है। इसलिए यह ज्यादा फायदेमंद होता है। इसका प्रमुख कारण यह है कि शहरों में मधुमक्खियों के छत्तों के आसपास तरह-तरह के फूलों की काफी अधिकता होती है। इनसे बेहतर शहद बनाने में मधुमक्खियों को काफी मदद मिलती है। एक आयरिश रिसर्च भी इस बात को प्रमाणित करती है।

आयरिश शहद दुनियाभर में सर्वोत्तम

डबलिन सिटी यूनिवर्सिटी और ट्रिनिटी कॉलेज डबलिन के शोधकर्ताओं की मानें तो अगर दुनिया के सबसे सेहतमंद शहद को किसी को उपाधि दी जा सकती है तो वह है आयरिश हेदर (heather) शहद। यह स्वाद में तीखा और हल्का मीठा होता है। इसकी परत मोटी होती है। उनके अनुसार यह मनुका (Manuka) शहद से भी काफी असरदायक है। मनुका शहद का उत्पादन न्यूजीलैंड में होता है और अब तक इसे दुनिया का सबसे बेहतर शहद माना जाता था। इसी वजह से यह काफी महंगा भी बिकता है।

आयरिश रिसर्च कॉउंसिल के सौजन्य से कराए गए इस शोध में यह पाया गया कि जो शहद गाढ़े रंग का होता है, उसमें फेनोलिक स्तर ज्यादा होता है। इसलिए इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स ज्यादा पाए जाते हैं जो कि घाव को भरने में असरकारक होते हैं। आयरिश हेदर और मनुका दोनों ही शहद ऑनलाइन उपलब्ध हैं।

कच्चे शहद में ज्यादा पोषण

कच्चे शहद (Raw honey) में पोषक तत्व ज्यादा होते हैं। यह फूलों के पराग से सीधे मधुमक्खियों द्वारा बनाया जाता है। इसे देखने में आकर्षक और स्वादिष्ट बनाने के लिए इसे उच्च तापमान पर गर्म करने या छानने आदि से इसके पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। इसलिए बाजार में बिकने वाले हल्के रंग और स्वादिष्ट शहद देखकर इसे खरीदने से पहले यह भी देख लें कि यह सेहत के लिए कितना फायदेमंद साबित होगा।

ये हैं इसके फायदे

शहद में जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं। इससे शरीर के दाग-धब्बे और जलन खत्म होती है। यह त्वचा को कोमल बनाने और दर्द कम करने में भी सहायक है। कच्चा शहद इंसुलिन बढ़ाता है और ब्लड शुगर लेवल को कम करता है। इससे डायबिटीज के रोगियों को काफी राहत मिलती है। वजन घटाने में भी यह एक औषधि की तरह काम करता है। यह पाचन शक्ति सुधारने और बालों में चमक लाने या इन्हें टूटने से रोकने में भी काफी कारगर है। बेहतर नींद के लिए अधिकतर डॉक्टर दूध में कच्चा शहद मिलाकर पीने की सलाह देते हैं।

शुद्ध शहद ऐसे पहचानें

  • शहद शुद्ध या अशुद्ध है, इसे जांचने के लिए इसे पानी में डालें। यह अगर नीचे बैठ जाए तो यह शुद्ध है। अगर यह पानी में ऊपर ही ऊपर घुल जाए तो समझ जाएं कि यह अशुद्ध है।
  • शहद को आग पर गर्म करें। अगर यह गाढ़ा हो जाता है तो शुद्ध है। इसमें अगर बुलबुले उठने शुरू हो जाते हैं तो यह अशुद्ध है।
  • थोड़ी सी रुई लेकर उसमें शहद लगा लें। अब उसे आग पर जलाएं। अगर यह जलने लगता है तो शहद शुद्ध है। अशुद्ध शहद जलता नहीं है।
  • शहद का जमना उसका स्वभाविक गुण है। जाड़े में शुद्ध शहद जम जाता है। इसलिए इसके जमने से अशुद्ध होने का अनुमान न लगाएं।
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