अस्थमा, डायबिटीज और कैंसर में लाभकारी है शलजम
शलजम (Turnip) अस्थमा, डायबिटीज और कैंसर में बहुत ही लाभकारी है। इसके अंदर विटामिन A, विटामिन C, विटामिन K, प्रोटीन, फोलेट, फॉस्फोरस, मैग्नीज और कैल्शियम की अधिक मात्रा पाई जाती है, जबकि कैलोरी बहुत ही कम होती है। इसमें पाया जाने वाला फाइबर हमें कई बीमारियों से बचाने में मददगार साबित होता है। शलजम की जड़ के अलावा इसके ऊपर के हरे हिस्से का सेवन करना भी बेहतर होता है। इसी वजह से कई यूरोपीय देशों में भी सैकड़ों वर्षों से आज तक यह लोगों के आहार का मुख्य हिस्सा है।
फेफड़ों और लिवर के लिए उत्तम
एक कप शलजम में हमारी रोज की जरूरत का 30 प्रतिशत विटामिन C पाया जाता है। जापान में पूर्व स्कूली बच्चों पर हुए एक अध्ययन में पाया गया कि जिन बच्चों ने ज्यादा विटामिन C ग्रहण किया था, उन्हें अस्थमा का खतरा काफी कम था। इसके अलावा शलजम में विटामिन A की मौजूदगी अस्थमा से बचाव में लाभदायक होती है। यह लिवर के लिए भी उत्तम होता है।
ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर घटाए
डायबिटीज के मरीजों को शलजम का सेवन जरूर करना चाहिए। यह ब्लड शुगर को घटाने का काम करता है। इसका जूस पीने से इंसुलिन का स्तर अपने आप बढ़ने लगता है। इसमें शलजम की पत्तियों का जूस भी फायदेमंद साबित होता है। शलजम खाने से बुरे कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) का स्तर घटने लगता है। शलजम में मौजूद पोटैशियम शरीर से सोडियम को बाहर निकालने में मददगार होता है। इससे ब्लड प्रेशर का स्तर कम होता है। इसमें पाया जाने वाला फाइबर भी इसमें सहायक होता है।
कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोके
शलजम कैंसर को रोकने में काफी सहायक होता है। इसमें विटामिन C की अधिकता कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने और फैलने से रोकती है। इसके अलावा इसमें मौजूद ग्लूकोसाइनोलेट्स एंटीऑक्सीडेंट्स के तौर पर काम करता है। यह कैंसर को रोकने का काम करता है। शलजम में पाया जाने वाला एंथोसायनिन भी कैंसर को रोकने में मददगार साबित होता है।
जलन और वजन घटाने में कारगर
शलजम में फाइबर की मौजूदगी के चलते इसके सेवन से पेट भरा हुआ महसूस होता है, इसलिए भूख कम लगती है। इससे व्यक्ति कम खाता है और वजन घटाने में यह कारगर साबित होता है। आहार में फाइबर लेने से पेट की जलन से काफी राहत मिलती और हमारा पाचन तंत्र सुधरता है। शलजम के सेवन से विटामिन A की कमी भी पूरी होती है। यह फेफड़ों के लिए काफी लाभदायक होता है।
हड्डियों के लिए फायदेमंद
ओस्टियोपोरोसिस और रूमेटॉयड अर्थराइटिस के मरीजों को शलजम का सेवन करना चाहिए। इसमें मौजूद पोटैशियम और कैल्शियम की प्रचुर मात्रा के चलते यह हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करता है। इतना ही नहीं, शलजम आंखों के लिए भी लाभकारी साबित होता है। इसमें पाया जाने वाला विटामिन A और ल्यूटिन इसमें काफी सहायक होता है।
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