मानसून सीजन में बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए करें ये 8 उपाय
मानसून की रिमझिम बूंदें बच्चों को घर से बाहर खींच ही लाती हैं और इनसे उनके बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। दरअसल बरसात में कीटाणुओं का बच्चों पर हमले का अंदेशा ज्यादा रहता है। इसलिए ऐसे में बड़ों को बच्चों की सेहत के प्रति सावधान होना जरूरी है। इन 8 उपायों पर अमल कर आप अपने लाडले को आसान सुरक्षा घेरा मुहैया करा सकते हैं।
- बच्चों को हल्का गुनगुने पानी से नहलाएं। इसके अलावा पानी में एंटीसेप्टिक की कुछ बूंदें डालें। कीटाणु फैलने का खतरा नहीं रहेगा।
- बारिश के मौसम में बच्चों को गर्म ड्रिंक और खाना देेना चाहिए। ठंडे खाने से कीटाणु के साथ-साथ कोल्ड पकड़ने की आशंका बनी रहती है।
- प्रयास ये करें कि बाहर का खाना खासकर तली हुई चीजें न खाएं। इससे पेट की बीमारी फैल सकती है। गर्म सूप वगैरह दे सकते हैं।
- लंबे समय से कटे हुए फल और सब्जी का इस्तेमाल न करें। अगर इनका प्रयोग करना भी पड़े तो उसे अच्छी तरह से धो लें।
- बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने के लिए प्रोत्साहित करें। बारिश के दौरान उन्हें हल्का गुनगुना पानी ही पीने के लिए दें।
- परिवार के सभी सदस्यों के जूते-चप्पल घर के बाहर रखें। गंदे फुटवियर घर के अंदर रखने से गन्दगी के साथ-साथ कीटाणु भी अंदर आ सकते हैं।
- अपने घर को साफ और सूखा रखें। इससे घर में सीलन, फफूंदी आदि नहीं लगती है। बच्चों के शरीर को भी सूखा रखें।
- बरसात में मच्छर ज्यादा पनपते हैं, इसलिए मच्छरदानी का प्रयोग जरूर करें। इससे मच्छरजनित डेंगू आदि बीमारियों से बच्चों को बचा सकते हैं।
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