ठंड में ये 12 सुपर फूड देंगे गर्माहट, रखेंगे एकदम चुस्त-दुरुस्त

ठंड (Winter) यानी सर्दी के दिनों में गर्म कपड़े पहनना ही काफी नहीं होता। अंदर से शरीर गर्म रहे तो आपको सर्दी लगनी तो दूर कोई बीमारी पास नहीं फटक सकती है। आहार विशेषज्ञों के अनुसार 12 सुपर फूड (Super food) जाड़े में बहुत उपयोगी साबित होते हैं। एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के कारण ये हमें जुकाम-खांसी, फ्लू, बुखार आदि बीमारियों से दूर रखते हैं। इनके सेवन से हमारी इम्युनिटी भी मजबूत होती है।

ये करेंगे स्वास्थ्य की सुरक्षा

1. गुड़ (Jaggery)

गुड़ हमारे शरीर को गर्म रखने के साथ ही प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम करता है। इससे कफ और कोल्ड में काफी आराम मिलता है। इसीलिए जाड़े में रोज गुड़ का सेवन करना चाहिए। इसे पानी या चाय में मिलाकर भी पीने से लाभ मिलता है। प्रदूषण को मात देने में भी गुड़ काफी कारगर है। गुड़ के नियमित सेवन से लिवर और फेफड़े साफ होते हैं। यह खून को भी साफ करने का काम करता है।

2. हल्दी (Turmeric)

हल्दी हमारी त्वचा के लिए टॉनिक का काम करती है। इसके प्रयोग से चेहरे पर निखार आता है। रक्त शुद्ध करने में भी इसका अहम योगदान होता है। इसमें पाया जाने वाला फाइबर, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन, विटामिन C आदि हमारे शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। हल्दी में करक्यूमिन नामक सक्रिय यौगिक पाया जाता है। यह बलगम को खत्म करने का काम करता है। इससे सीने की जकड़न और कोल्ड से छुटकारा मिलता है। खांसी होने पर सुबह-शाम दूध में हल्दी मिलाकर पीयें। पानी में हल्दी मिलाकर गरारे करने से भी काफी राहत मिलती है।

3. घी (Ghee)

एक चम्मच घी में विटामिन A की 8% मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा इसमें विटामिन D, E और K विद्यमान होता है। इनकी वजह से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) में काफी वृद्धि होती है। इसमें ब्यूट्रिक एसिड की मौजूदगी के चलते शरीर में ऐसी कोशिकाओं का विकास होता है, जो बीमारियों से लड़ने में मदद करती हैं। आयुर्वेद के अनुसार रोज सुबह एक चम्मच गाय का शुद्ध घी खाली पेट लेने से पाचन तंत्र में सुधार आता है और शरीर से हानिकारक तत्व दूर होते हैं। इससे हमें काफी ऊर्जा भी मिलती है। साथ ही, शरीर में अम्लीय pH की मात्रा में कमी आती है।

4. आंवला (Gooseberry)

आंवला एक नहीं, अनेक बीमारियों में काफी कारगर है। प्राचीन समय से ही इसका प्रयोग दवा के तौर पर भी किया जाता रहा है। डायबिटीज, कैंसर और अर्थराइटिस के मरीजों के लिए यह रामवाण साबित होता है। आंवले में पाए जाने वाले विटामिन B5, B6 और विटामिन C के अलावा कॉपर, प्रोटीन, मैग्नीज तथा पोटैशियम इसे खास बना देते हैं। इसमें कैलोरी एवं फैट काफी कम और फाइबर ज्यादा होता है, इसलिए यह वजन घटाने के साथ ही त्वचा और बालों के लिए काफी फायदेमंद होता है। कच्चे आंवले के सेवन से बहुत लाभ मिलता है। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। आंवला कोल्ड और कफ में काफी राहतकारी है। ऐसे में दो चम्मच आंवला पाउडर दो चम्मच शहद मिलाकर दिन में 3-4 बार लेना चाहिए। इससे तुरंत आराम मिलता है।

5. अदरक (Ginger)

अदरक में 25 % प्रोटीन और 13 % कॉर्बोहाइड्रेट्स पाया जाता है। यह इन्सुलिन बढ़ाता है और शुगर की मात्रा को काफी कम कर देता है। कफ और सर्दी में तो यह अत्यंत लाभकारी है। अदरक सूखी खांसी में भी बहुत काम आता है। एक ग्लास पानी लेकर उसे खौला लें। उसमें अदरक के 2-3 टुकड़े और एक चुटकी नमक मिला दें। अब 5-7 मिनट तक पानी को खौलने दें। इसके बाद ठंडा होने पर इसे छानकर पीएं, खांसी-बलगम और खराश से काफी राहत मिलेगी।

6. नट्स (Nuts)

जाड़े में नट्स का सेवन बहुत उपयोगी साबित होता है। इनमें फाइबर, प्रोटीन और अन्य कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। पिस्ता में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स ब्लड शुगर को नियंत्रित करने का काम करते हैं। बादाम खाने से शरीर में गर्माहट आती है। इसमें पाए जाने वाले विटामिन E की वजह से त्वचा की खूबसूरती बरकरार रहती है। अखरोट खाने से शरीर में विटामिन B की कमी की पूर्ति होती है।

7. शहद (Honey)

शहद में जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं। इससे शरीर के दाग-धब्बे और जलन खत्म होती है। यह त्वचा को कोमल बनाने और दर्द कम करने में भी सहायक है। कच्चा शहद इंसुलिन बढ़ाता है और ब्लड शुगर लेवल को कम करता है। इससे डायबिटीज के रोगियों को काफी राहत मिलती है। वजन घटाने में भी यह एक औषधि की तरह काम करता है। यह पाचन शक्ति सुधारने और बालों में चमक लाने या इन्हें टूटने से रोकने में भी काफी कारगर है। बेहतर नींद के लिए अधिकतर डॉक्टर दूध में कच्चा शहद मिलाकर पीने की सलाह देते हैं।

8. खजूर (Dates)

खजूर में मैग्नीशियम, पोटैशियम, मैग्नीज, कॉपर और आयरन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा इसमें विटामिन B6, प्रोटीन और फाइबर की मौजूदगी के चलते भी यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है। खजूर के सेवन से शरीर को तत्काल ऊर्जा मिलती है, क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। 100 ग्राम खजूर में 7 ग्राम फाइबर पाया जाता है। रोज रात में खजूर को पानी में भिगोकर रख दें। सुबह उठकर उसे लें। यह पाचन के लिए बहुत लाभदायक साबित होगा। खजूर के सेवन से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर घट जाता है। इससे हार्ट अटैक, हृदय रोग और स्ट्रोक की आशंका अपने आप कम हो जाती है।

9. लहसुन (Garlic)

लहसुन में 12.9 प्रतिशत विटामिन B6, 7.4 प्रतिशत विटामिन C, 15 प्रतिशत मैग्नीज, 5.5 प्रतिशत कॉपर और 3.2 प्रतिशत कैल्शियम पाया जाता है। लहसुन खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने नहीं देता है। इसके सेवन से एलडीएल (LDL) कोलेस्ट्रॉल में 10 से 15 प्रतिशत तक की गिरावट आती है। एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग रोज करीब 2.5 ग्राम लहसुन का सेवन कर रहे थे, उनमें करीब 61 प्रतिशत कोल्ड और फ्लू की आशंका कम पाई गई। लहसुन में मौजूद फाइबर भी बीमारियों से बचाने में मददगार साबित होता है।

10. मेथी पत्ता (Fenugreek Leaf)

सर्दी में मेथी पत्ते का सेवन कई तरह से फायदेमंद होता है। मेथी के पत्ते शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं। यह डायबिटीज के रोगियों के लिए बहुत उपयोगी साबित होता है। खाने में इसके इस्तेमाल से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित बना रहता है। इससे हमारा पाचन सुधरता है। बालों और त्वचा के लिए इससे जरूरी पोषण मिलता है। मेथी के पत्तों की जगह मेथी के दानों का भी प्रयोग किया जा सकता है। स्वास्थ्य के लिए ये भी काफी लाभकारी साबित होते हैं।

11. तिल (Sesame)

सर्दी में तिल का इस्तेमाल गुड़ के साथ किया जाता है। दिल से जुड़ी बीमारियों में यह काफी लाभकारी साबित होता है। इसके सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। तनाव और डिप्रेशन कम करने में इसका बहुत बड़ा योगदान है। तिल में एमिनो एसिड होने के चलते यह हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है। तिल का सेवन करने वालों की त्वचा में नमी बरकरार रहती है। इससे त्वचा को बराबर पोषण मिलता रहता है। तिल कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है।

12. काली मिर्च (Black Pepper)

खांसी होने पर चाय में काली मिर्च डालकर पीने से राहत मिलती है। एक कप गर्म पानी में दो चम्मच शहद और एक चम्मच काली मिर्च मिलाकर दिन में 2-3 बार लेना चाहिए। काली मिर्च इंफेक्शन को दूर करती है। इससे पाचन में भी सुधार होता है। काली मिर्च के अंदर बायोएक्टिव यौगिक पिपरिन (Piperine) मौजूद होता है। येे दोनों हमें जलन और सूजन से भी निजात दिलाते हैं। काली मिर्च पेट के कीड़ों को भी खत्म करने का काम करती है।

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