टीबी का इलाज जल्द हो जाएगा आसान
18 सेकेंड के अंदर टीबी से विश्व में एक व्यक्ति की मौत हो जाती है।
16 लाख लोगों की दुनियाभर में टीबी से मौत हो गई थी वर्ष 2017 में।
23 फीसदी विश्व के कुल टीबी रोग के मामले अकेले भारत में सामने आते हैं।
टीबी (Tuberculosis) का आसान और जल्द असर करने वाला इलाज खोज लिया गया है। विटामिन आधारित यह इलाज इस रोग के लिए अब तक उपलब्ध एंटी-बायोटिक ट्रीटमेंट का बेहतर विकल्प साबित होगा। अभी एंटी-बायोटिक इलाज में काफी समय लगता है और बहुत से लोग टीबी बैक्टीरिया से एंटी-बायोटिक प्रतिरोध के क्रम में बीमार भी हो जाते हैं। नया इलाज जल्द सभी के लिए सुलभ होगा।
बैक्टीरिया का समूल नाश करेगी दवा
आयरलैंड और यूके के शोधकर्ताओं का अलग-अलग समूह अध्ययन के बाद इस नतीजे पर पहुंचा है कि विटामिन A का यौगिक टीबी के इलाज में कारगर साबित हो सकता है। इन्होंने इसका नाम दिया ऑल ट्रांस रेटिनोइक एसिड (All-trans-retinoic acid-ATRA)। इनके अनुसार यह एसिड शरीर की प्रतिरोधक प्रणाली को सक्रिय कर देता है। इससे बैक्टीरिया संबंधी कोशिकाओं को जड़ से खत्म करने में मदद मिलती है। अध्ययनकर्ता ATRA यानि इस नई दवा को इन्हेलर के तौर पर विकसित करने में लगे हैं। उनके अनुसार चूंकि टीबी के बैक्टीरिया मुख्यतः फेफड़े में विकसित होते हैं, इसलिए यह नई दवा सांस के जरिए फेफड़े में पहुंचकर सीधी मार करेगी।
चूहों पर प्रयोग सफल
चूहों पर नई दवा के प्रयोग के बाद यह पाया गया कि टीबी बैक्टीरिया की वजह से इनके फेफड़ों में बने घावों के आकार काफी कम हो गए। इतना ही नहीं, इनके अंदर टीबी के बैक्टीरिया की संख्या में 99 फीसदी की कमी आ गई। शोधकर्ताओं के अनुसार यह दवा टीबी के इलाज में क्रांतिकारी साबित होने वाली है।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!