जाड़े में डॉगी का ऐसे ख्याल करें
जाड़े में हम अपनी सेहत की देखभाल के लिए क्या-क्या नहीं करते। स्वेटर, शॉल, जैकेट आदि का इंतजाम करने के साथ ही हम तरह-तरह के उपाय तलाशते रहते हैं कि कैसे खुद को गर्म और फिट रखें। इन सबके बीच अधिकतर लोग भूल जाते हैं कि इस मौसम में हमें डॉगी (Doggy) या पेट्स (Pets) के लिए भी खास इंतजाम करने की जरूरत है। हमारी जरा सी सावधानी डॉगी के लिए बड़ी राहत बन जाती है।
फर न काटें
जाड़े में डॉगी का फर (fur) न काटें। यह उसके लिए गर्माहट के साधन के तौर पर काम आता है। अगर आपको लगता है कि ग्रूमिंग की जरूरत है तो इसे हल्के तौर पर करें। डॉगी की स्किन साफ रखने के लिए उसे समय-समय पर शेम्पू करते रहें। उसे समय-समय पर धूप में भी बैठाएं।
गर्म स्वेटर खरीदें
डॉगी या पेट्स को ठंड से बचाने के लिए उसके लिए स्वेटर, जैकेट या बिछाने के लिए मैट जरूर खरीदें। यह सब आपको ऑनलाइन भी मिल जाएगा। स्वेटर या जैकेट खरीदते समय यह जरूर ध्यान रखें यह आपके डॉगी में फिट आ जाए। अगर यह टाइट है तो इसका ज्यादा दिन टिकना मुश्किल है।
पानी की कमी न होने दें
आम तौर पर यह धारणा है कि जाड़े में पानी कोई ज्यादा महत्व नहीं रखता, लेकिन ऐसा करना आपकी भूल साबित हो सकती है। अपने डॉगी के लिए आपको पानी के बर्तन हमेशा भरकर रहना चाहिए। इससे उनकी सेहत एकदम फिट रहती है।
गर्म वस्तुओं से बचाएं
जाड़े में डॉगी गर्माहट पाने के लिए अपने को आग की तरफ ले जाते हैं। वे घर में जलती मोमबत्ती, हीटर, लैंप आदि के पास से हटना नहीं चाहते। कई बार वे इसे गिराकर खुद को जला बैठते हैं। साथ ही घर मे भी आग लगा लेते हैं। इसलिए इन्हें इससे बचाने की जरूरत होती है।
संतुलित आहार दें
डॉगी को जाड़े में ज्यादा खिलाना उचित नहीं होता। इन दिनों में डॉगी में गर्मी जैसी फुर्ती नहीं रह जाती, इसलिए ज्यादा कैलोरी खर्च नहीं होती और इनके फैटी (Fatty) होने की आशंका बनी रहती है। डॉगी को जाड़े में प्रोटीनयुक्त आहार देना ठीक रहता है।
खुले में न रहने दें
इस बात का ख्याल रहना होगा कि आपका डॉगी कहीं लंबे समय तक खुले में न रह जाए। कड़ाके की ठंड में यह उसकी सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। उसके रहने के स्थान को मैट, ऊनी कपड़ों आदि डालकर गर्म रखें।
रोज एक्सरसाइज कराएं
जाड़े में डॉगी को फ्रॉस्टबाइट और हाइपोथर्मिया का खतरा रहता है। इनमें इनकी पूंछ, कान और पंजे आदि ठंडे पड़ जाते हैं। फ्रॉस्टबाइट में उन्हें जहां दर्द की समस्या बढ़ जाती है, वहीं हाइपोथर्मिया में डॉगी की ह्रदय गति धीरे चलने लगती है। कई बार सांस लेने में भी दिक्कत महसूस होती है। इन दिनों में ठंड से बचाव के साथ-साथ सबसे जरूरी यह है कि उनको नियमित एक्सरसाइज कराएं।
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