बागवानी से ऐसे सुधरती है शारीरिक-मानसिक सेहत

तनाव और अशान्ति के बीच शान्ति की तलाश किसे नहीं है। अगर शान्ति मिल भी जाए तो कई बार बेशकीमती सेहत से समझौता करना पड़ता है। लेकिन आपको अब चिंता करने की जरूरत नहीं है। दुनियाभर के शोधकर्ताओं और डॉक्टरों ने मिलकर इसका समाधान खोज लिया है। इनके अनुसार घर में बागवानी के जरिए मानसिक शांति और बेहतर सेहत दोनों हासिल की जा सकती है। ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने 60 साल के पुरुषों और महिलाओं पर किए एक अध्ययन में पाया है कि जो लोग नियमित तौर पर बागवानी कर रहे थे, उनमें उनके उन समकक्षों के मुकाबले डिमेंशिया का 36 प्रतिशत खतरा कम मिला जो बागवानी नहीं कर रहे थे। रिसर्च में बागवानी के कई और फायदों का खुलासा हुआ है।

शारीरिक क्षमता और स्मरण शक्ति में वृद्धि
अगर आपने बागवानी कर रखी है तो न चाहते हुए भी आपकी शारीरिक गतिविधियां बढ़ जाती हैं। ये सारी गतिविधियां प्राकृतिक वातावरण में घटित होती हैं। इससे शारीरिक क्षमता में वृद्धि के साथ ही स्मरण शक्ति और समस्या-समाधान की क्षमता बढ़ती है।

खुशी बढ़ाए, रक्तचाप घटाए
स्कॉटलैंड में डॉक्टर अब मरीजों को कई जटिल रोगों के उपचार के तौर पर प्राकृतिक वातावरण में थोड़ा समय बिताने, खासतौर पर टहलने की सलाह दे रहे हैं। उनका कहना है कि ऐसा करने से व्यक्ति में खुशी का भाव आता है और रक्तचाप कम होता है।

जीवन अवधि बढ़ाए
घर में बागवानी हमारी जीवन अवधि बढ़ाने का काम करती है। हाल में अमेरिका के शोधकर्ताओं ने अपने शोध में यह पाया कि ऐसे किसान जो प्राकृतिक वातावरण में काम कर रहे हैं, उनकी जीवन अवधि आम लोगों से कहीं बहुत अधिक है। इन किसानों में ह्रदय रोग, कैंसर और डाइबिटीज की आशंका भी बहुत कम पाई गई।

जिम्मेदारी के भाव का विकास
घर की खुली जगह में बागवानी हमें एक अलग जिम्मेदारी का अहसास कराती है। पौधों की देखभाल और निराई-गुड़ाई से ऐसा अहसास नहीं होता कि आपका खाली वक्त व्यर्थ जा रहा है। इससे आपके अंदर आत्मविश्वास पैदा होता है और अवसाद दूर-दूर तक नहीं फटक पाता है।

जीवंतता बरकरार रखे
आपने अपने गार्डन में अगर ऐसे पौधे लगा रखे हैं, जिन पर मधुमक्खी या तितलियां बैठती हैं, तो उनको देखकर आपके अंदर जीवंतता का भाव विकसित होता है। पेड़-पौधों की टहनियों पर सुबह-शाम पक्षियों की चहचहाहट हमें मानसिक शांति देती है।

आनन्द की अनुभूति का अहसास
जब आप अपने लगाए पौधों पर फूल या फल आते देखते हैं तो आपको एक अलग ही आनन्द की अनुभूति होती है। इन पौधों से निकलने वाले फल या सब्जी को आप अपने रोज के आहार में शामिल कर लें तो कई बीमारियों के खतरों से आसानी से बच जाएंगे।

परोपकार का मौका
अपने गार्डन में अगर आप तरह-तरह के रंग, खुशबू और फल वाले पौधे लगाते हैं तो यह तमाम जीव-जंतुओं के लिए खाने के तौर पर भी काम आता है। इस तरह आपको परोपकार का मौका मिलता है। ऐसा होते देख आपको काफी खुशी मिलती है। यह खुशी ही स्वस्थ जिंदगी का राज है।

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