रोज एक सेब रखेगा डाइबिटीज, कैंसर और हृदय रोग से दूर
अगर सबसे लाभकारी फलों की गणना की जाए तो उनमें से एक सेब का नाम जरूर आएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि एक मध्यम आकार का सेब 1.5 कप फलों के बराबर होता है। एक नई रिसर्च के अनुसार यदि रोज एक सेब खा रहे हैं तो आपको डाइबिटीज, कैंसर और हृदय रोग होने की आशंका न के बराबर होती है। इसका कारण यह है कि सेब में विटामिन A, B1, B2, B6 और विटामिन E पाया जाता है। इसमें विटामिन C और K तथा पोटैशियम की भी अधिकता होती है। सेब में पाया जाने वाला फाइबर हमें कई बीमारियों से बचाने में मदद करता है। विभिन्न रोगों से बचाने के साथ ही यह हमें कैसे स्वस्थ रखता है, इसे ऐसे जानें :
हृदय रोग
182 ग्राम सेब में करीब 4 ग्राम फाइबर पाया जाता है, इसलिए प्रतिदिन सेब का सेवन करने से यह शरीर में ब्लड कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने का काम करता है। सेब में पोलीफेनॉल्स की मौजूदगी ब्लड प्रेशर को घटाने का काम करती है। सेब के छिलके में भी पोलीफेनॉल्स पाया जाता है, इसलिए सेब को छिलके समेत खाना ज्यादा बेहतर होता है।
डाइबिटीज
डाइबिटीज से बचने के लिए सेब जरूर खाना चाहिए। एक अध्ययन के अनुसार रोज एक सेब खाने से टाइप 2 डाइबिटीज का खतरा 28 प्रतिशत कम हो जाता है। सेब में मौजूद पोलीफेनॉल्स डाइबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी साबित होता है। यह शरीर में उत्तकों के नुकसान को रोकने का काम करता है। विशेषज्ञों के अनुसार हफ्ते में तीन बार सेब खाने भी टाइप 2 डाइबिटीज की आशंका करीब 7 फीसदी कम हो जाती है।
कैंसर
अमेरिकन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च के वैज्ञानिकों के अनुसार चूंकि सेब में फ्लेवेनॉल और फाइबर की मात्रा की वजह से इसके सेवन करने वालों को अग्नाशय कैंसर का खतरा 23 प्रतिशत कम होता है। जर्नल ऑफ फूड एंड ड्रग एनालिसिस में 2018 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार सेब ब्रेस्ट कैंसर की कोशिकाओं के विकास को रोकता है।
कब्ज और अस्थमा
पेट में कब्ज और दर्द की समस्या वाले लोगों को डॉक्टर सेब खाने की सलाह देते हैं। इसका कारण इसमें फाइबर का होना है। सेब के छिलके में फ्लेवोनॉयड क्वेरसेटिन पाया जाता है। इससे पेट में जलन की समस्या दूर होती है। इसके अलावा इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। यह अस्थमा के रोगियों के लिए भी काफी लाभदायक सिद्ध होता है।
मानसिक स्तर
सेब खाने से मेमोरी बढ़ती है। यह हमारे दिमाग के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। अल्जाइमर और पार्किंसन के रोगियों को सेब का सेवन जरूर करना चाहिए। रोज एक से डेढ़ सेब खाना पर्याप्त माना जाता है। इसके लिए इसका जूस भी लिया जा सकता है। सेब के सेवन से यूरिन के रास्ते आदि में होने वाली दिक्कत भी दूर होती है।
मोटापा
मोटापा कई बीमारियों का कारण बनता है। सेब एक ऐसा फल है, जो वजन घटाने में सहायक सिद्ध होता है। सेब में कैलोरी कम और फाइबर की मात्रा ज्यादा पाई जाती है, इसलिए वजन कम करने में यह कई अन्य फलों से ज्यादा उपयोगी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार सेब का जूस पीने के बजाय इसे काटकर खाना ज्यादा बेहतर होता है।
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