मशरूम डाइबिटीज और वजन घटाए

मशरूम (Mushroom) की दुनियाभर में 1 लाख 40 हजार प्रजातियां हैं, पर इनमें से केवल 100 प्रजातियां ही खास तौर से प्रयोग की जाती हैं। मशरूम के एक नहीं, अनेक फायदे हैं। इसमें कैलोरी की मात्रा काफी कम पाई जाती है पर विटामिन पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। मशरूम में विटामिन D के अलावा B2 और B3 पाया जाता है। इसमें आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स की भी उच्च मात्रा विद्यमान होती है। कैलोरी की मात्रा कम होने से यह वजन घटाने में सहायक साबित होता है। मशरूम के सेवन से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है। इससे डाइबिटीज के मरीजों को काफी राहत मिलती है।

हड्डियों को मजबूत करे

100 ग्राम मशरूम में 13 प्रतिशत सेलेनियम पाया जाता है। यह पोषक तत्व शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक होता है। इससे हड्डियों के साथ-साथ दांत, नाखून और बालों को काफी मजबूती मिलती है। थायरॉइड ग्रंथि की गतिविधियों को सुचारु बनाए रखने में भी सेलेनियम काफी मददगार साबित होता है। मशरूम में कैल्शियम मौजूद होने से इसके सेवन करने वालों में ओस्टियोपोरोसिस बीमारी होने की आशंका कम होती है।

प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए

मशरूम के अंदर एर्गोथियोनिन नामक एंटीऑक्सीडेंट्स पाया जाता है, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करता है। इससे पेट में जलन की समस्या भी खत्म होती है। इसमें विद्यमान विटामिन B12 और फोलेट लाल रक्त कोशिकाओं के बनने में सहायक होते हैं, इससे शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बना रहता है।

हृदय की बीमारियों से राहत

मशरूम का सेवन वालों के कोलेस्ट्रॉल का स्तर काफी कम रहता है। इससे हृदय संबंधी बीमारियों और स्ट्रोक के होने की आशंका कम होती है। 100 ग्राम मशरूम में 9 प्रतिशत पोटैशियम की मात्रा पाई जाती है, इसलिए मशरूम खाने वालों का ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। मशरूम में आयरन की भी मात्रा ज्यादा होती है, जिससे एनीमिया का खतरा कम होता है।

डिप्रेशन में कारगर

मशरूम में पाया जाने वाला यौगिक साइलोसाइबिन डिप्रेशन के गंभीर मरीजों के लिए काफी राहतभरा साबित हो सकता है। लंदन में 3 वर्ष पहले हुए एक अध्ययन में इस इस तथ्य का खुलासा किया गया था। ऐसे लोग जिन्हें मशरूम पसंद नहीं है, वे इसके खूबियों का लाभ उठाने के लिए विभिन्न रेसिपी में इसके पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। अमेरिका में यह आम है।

कैंसर की आशंका नहीं

मशरूम ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर को रोकने का काम करता है। इसमें पाए जाने वाले बीटा ग्लूकोन्स और लिनोलिक एसिड इस काम मे काफी मददगार साबित होते हैं। मशरूम किडनी रोगों में भी कारगर है। इसके नियमित सेवन करने वालों में बुढ़ापे के लक्षण जल्द सामने नहीं आते हैं।

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