कैंसर का खतरा कम करना चाहते हैं तो शहतूत (Mulberry) जरूर खाएं
शहतूत (Mulberry) के एक नहीं, अनेक फायदे (Benefits) हैं। बीमारियों में रामवाण साबित होने के कारण चीन में इसका प्राचीन समय से दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। कैंसर के खतरे को कम करने के साथ-साथ यह ब्लड शुगर लेवल और मोटापा घटाने में भी बहुत कारगर है। चिकित्सकों के अनुसार शहतूत के जूस में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स कैंसर के खतरे को घटा देते हैं। अलग-अलग स्थानों पर काले, लाल और सफेद रंग के शहतूत पाए जाते हैं। इन्हें सुखाकर भी खाने में प्रयोग किया जाता है। पेड़ पर पककर तैयार होने के बाद इनका काफी इस्तेमाल होता है। शहतूत की पत्तियां भी बहुत लाभकारी होती हैं।
विटामिन और पोषक तत्वों की मौजूदगी
शहतूत में विटामिन C, विटामिन k1, विटामिन E और पोटैशियम तथा आयरन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा इसमें फाइबर और प्रोटीन की ज्यादा मात्रा होती है। ताजे शहतूत में 88 प्रतिशत पानी की मात्रा मौजूद होती है। एक कप शहतूत में केवल 60 कैलोरी पाई जाती है।
शहतूत के अन्य मुख्य फायदे
ब्लड शुगर लेवल पर नियंत्रण
ब्लड शुगर लेवल पर नियंत्रण के लिए सफेद शहतूत काफी फायदेमंद साबित होता है। सफेद शहतूत में ऐसे केमिकल पाए जाते हैं, जो टाइप 2 मरीजों के लिये दवा की तरह काम करते हैं। शहतूत की पत्तियों के सेवन से भी ब्लड शुगर लेवल में काफी सुधार होता है।
कोलेस्ट्रॉल घटाए
नियमित तौर पर शहतूत के सेवन से बुरे कोलेस्ट्रॉल (LDL-bad) का स्तर कम होता है। शहतूत की पत्तियों का पाउडर लेने या इन पत्तियों की चाय के सेवन से भी बुरे कोलेस्ट्रॉल के स्तर में गिरावट आती है। शहतूत खाने से हार्ट अटैक या स्ट्रोक होने की आशंका कम रहती है।
इम्यूनिटी में वृद्धि
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार अगर दिन में एक बार शहतूत का सेवन किया है तो शरीर को दिनभर के लिए विटामिन C की जरूरत पूरी हो जाती है। बहुत से लोग इसे सलाद में भी प्रयोग करते हैं। शहतूत की पत्तियों की चाय पीने से पेट में जलन और दर्द की समस्या से जल्द छुटकारा मिलता है।
आंखों की रोशनी बढ़ाए
शहतूत में जिएक्सनथिन (Zeaxanthin) नामक कैरोटेनॉयड पाया जाता है। यह एंटीऑक्सीडेंट्स के तौर पर काम करता है और रेटिना को नुकसान पहुंचने से बचाता है। चीन में प्राचीन समय मे आंखों की रोशनी सुधारने के लिए शहतूत की चाय पीने की सलाह दी जाती थी।
जल्द बुढ़ापा आने से रोके
शहतूत का फल या इसके जूस, जैम, पाउडर तथा पत्तियों के सेवन से असमय बुढ़ापे के लक्षण नहीं आते। शहतूत में पाए जाने वाले विटामिन A और विटामिन E इसमें काफी कारगर होते हैं। शहतूत में एंटीऑक्सीडेंट्स के रूप में पाए जाने वाले तत्व हमारी त्वचा, टिश्यू और बालों के लिए भी लाभकारी साबित होते हैं।
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