30 से ज्यादा उम्र की हैं तो स्ट्रोक के खतरे से सावधान हो जाएं

तीस से ज्यादा उम्र की महिलाओं में स्ट्रोक (पक्षाघात) का ज्यादा खतरा होता है। डॉक्टरों की नई रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है। इस बीमारी में मस्तिष्क के हिस्से में ब्लड की आपूर्ति बंद हो जाती है और इसमें मौजूद कोशिकाएं मृत होने लगती हैं। रिसर्च के अनुसार महिलाओं के गर्भधारण के दौरान स्ट्रोक की आशंका सामान्यतया बढ़ जाती है। जो महिलाएं गर्भधारण से बचने के लिए दवा का प्रयोग करती हैं, उनके लिए स्ट्रोक जानलेवा साबित हो सकता है, खास तौर से उन महिलाओं में जिनका ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ होता है। मासिक धर्म बंद होने के 10 साल बाद भी स्ट्रोक अटैक का दोगुना खतरा होता है।

महिलाएं ऐसे पहचानें लक्षण

  • आपको थकान लगने लगती है। इसके चलते कुछ करने का मन नहीं करता है।
  • बार-बार हिचकी आती रहती है। प्रयास के बावजूद यह बंद नहीं होती है।
  • आपकी छाती में दर्द होता रहता है। यह दर्द रह-रहकर उठता है।
  • अक्सर जी मिचलाने लगता है। ऐसा लगता है जैसे शरीर के भीतर से खाना बाहर आ जाएगा।
  • हाथ या पैर में दर्द बना रह रहा है। यह किसी एक हाथ या पैर में भी हो सकता है।

खुद को इस तरह बचाएं

  • संतुलित आहार लें। इसके लिए जरूरी है कि प्रतिदिन के लिए एक हेल्दी डाइट चार्ट बनाएं।
  • नियमित तौर पर शारीरिक गतिविधियों को बढ़ा दें। इसका लाभ आपको अपने आप दिखने लगेगा।
  • तंबाकू और अल्कोहल का प्रयोग कदापि न करें। इससे आपकी मुश्किल और बढ़ जाएगी।
  • बढ़े हुए ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को हर हाल में नियंत्रित करें।
  • ह्रदय रोग से पीड़ित महिलाओं को इस पर कंट्रोल जरूरी है। ऐसा कर वे स्ट्रोक को रोक सकती हैं।

सावधानी
स्ट्रोक (ब्रेन अटैक) का पता चलते ही तुरंत एम्बुलेंस बुलाएं, खुद से मरीज को अस्पताल ले जाने का प्रयास न करें। इसमें जरा भी देरी घातक हो सकती है। ऐसे मरीजों के लिए एक-एक पल कीमती होता है, क्योंकि स्ट्रोक के दौरान मस्तिष्क की 32 हजार कोशिकाएं हर सेकेंड क्षतिग्रस्त होती हैं।

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