आंवले का देसी मुरब्बा बाजार से भी बेहतर ऐसे बनेगा
आंवला विटामिन C, प्रोटीन और कई और पोषक तत्वों की खान है। यह हमारी पाचन शक्ति, दिमाग और दिल के साथ-साथ आंखों और बालों के लिए बहुत लाभकारी होता है। जाड़े में आंवले के मुरब्बे (Aanwala ka Murabba) का सेवन कर हम ब्लड प्रेशर समेत कई बीमारियों को खुद-ब-खुद नियंत्रित कर सकते हैं। इस मुरब्बे को बाजार से खरीदने की जरूरत नहीं है। आप घर में खुद भी शुद्ध देसी मुरब्बा बना सकते हैं, वो भी एकदम आसान तरीके से। खास ट्रिक अपनाकर बनाने से यह देखने और खाने में बाजार से भी अच्छा लगता है।
रेसिपी : आंवले का मुरब्बा (Gooseberry jam)। बनाने में समय : 1 से डेेेढ़ घन्टा।
मुरब्बे की जरूरी सामग्री
आंवला : 1 किलोग्राम। चीनी : 750 ग्राम। पानी : 1 कप। फिटकरी (Alum) : 2 चुटकी।
बनाने की विधि
- सबसे पहले हर आंवले को फोर्क (Fork) यानि कांटे वाले चम्मच से छेद लें। अब उसे हाथ से दबाकर देखें, अगर यह सॉफ्ट और स्पन्ज जैसे लगने लगे तो समझें कि यह आंवला मुरब्बे के लिए तैयार है।
- अब एक बड़े बर्तन में पानी लेकर उसमें फिटकरी डाल दें। इसके बाद इसमें आंवला डालकर 7-8 घन्टे के लिए छोड़ दें। फिटकरी डालने से मुरब्बा लाल नहीं होता है और बनने के बाद यह बाजार के मुरब्बे से भी अच्छा दिखता है।
- अब आंवले को हाथ से दबाकर इसका सारा पानी बाहर निकाल लें। इसके बाद दो-तीन बार साफ पानी से धो दें। इससे इसका सारा कसैलापन दूर हो जाता है।
- फिर एक मोटी तली वाला बर्तन लें और उसे मद्धम आंच पर गैस पर रख दें। अब उसमें सारा आंवला और चीनी डाल दें। साथ ही, इसमें ऊपर से एक कप पानी डाल दें। अब इसे करीब 45 मिनट तक पकने के लिए छोड़ दें।
- इसे बीच-बीच में धीरे-धीरे चलाते रहें, ताकि आंवला और चीनी बर्तन में न चिपके। जब देखें कि आंवला अच्छी तरह पक गया और चीनी की चाशनी इसमें मिक्स हो गई तो आंच को बंद कर दें। इस तरह यह मुरब्बा बनकर तैयार है।
- ध्यान रखें यह चाशनी इतनी गाढ़ी न करें कि यह चीनी के रूप में आंवले के ऊपर लग जाए। हालांकि चाशनी अच्छी तरह जरूर पकनी चाहिए। चाशनी जितनी अच्छी होगी, मुरब्बा उतने ही अधिक दिन तक खराब नहीं होगा।
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