चिड़िया घर, दिल्ली : खुलने का समय, टिकट दर, जानवरों-पक्षियों और सुविधाओं की पूरी डिटेल

चिड़िया घर, दिल्ली (Chidiyan Ghar, Delhi) या दिल्ली जू (Delhi Zoo) राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लोगों के बीच एक बहुत ही लोकप्रिय स्थान है। हालांकि, इसे आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय प्राणी उद्यान (National Zoological Park) के नाम से जाना जाता है। शहर के कोलाहल से दूर सुरम्य वातावरण में अगर आप किसी दिन को खास बनाना चाहते हैं, तो उसके लिए इस चिड़िया घर के ट्रिप से अच्छा कुछ हो ही नहीं सकता। यह चिड़िया घर शहर के बीचोंबीच पुराना किला के एकदम पास स्थित है। अगर आप दिल्ली शहर में हैं तो यहां पहुंचने के लिए बहुत दूरी भी तय नहीं करनी पड़ेगी। यदि सुबह जल्दी चिड़िया घर पहुंच जाते हैं तो उसी दिन साथ में पुराना किला भी घूम सकते हैं।

चिड़िया घर की खासियत

दिल्ली के चिड़ियाघर को 1959 में बनाया गया था। इसे एशिया के सबसे अच्छे चिड़िया घरों में से एक माना जाता है। इसका डिजाइन श्रीलंका के वाइनमेन और जर्मनी के कार्ल हेगलबेक ने बनाया था। 1982 में इसे राष्ट्रीय स्तर का दर्जा दिया गया था। 176 एकड़ में बने इस चिड़िया घर में 1350 जानवर और पक्षियों की 130 से भी अधिक प्रजातियां मौजूद हैं। इनमें ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और अफ्रीका के पशु-पक्षी भी शामिल हैं।

सफेद बाघ, जैगुआर और जिराफ भी मौजूद

चिड़िया घर में पाए जाने वाले जानवरों में रॉयल बंगाल टाइगर, जैगुआर, सफेद बाघ, तेंदुआ, गैंडा, दरियाई घोड़ा, मगरमच्छ, काला भालू, ईमू, ब्लैकबक (हिरण), हाइना, चिंपैंजी, अफ्रीकी हाथी, अफ्रीकी जंगली भैंस, जिराफ और जेब्रा आदि शामिल हैं। यहां कई रंगों में और काफी बड़े आकार वाले मौजूद तोते सबका मन मोह लेते हैं। साथ ही नृत्य करते मोर काफी मनमोहक दृश्य उपस्थित करते हैं। चिड़िया घर के केंद्र में भूमिगत सरीसृप घर भी बनाया गया है। इसमें अजगर और भारतीय कोबरा सांप भी देखे जा सकते हैं। पशु-पक्षियों के अलावा चिड़िया घर में आप 200 प्रकार के पेड़ भी देख सकते हैं। घूमने के लिए यहां बैटरी संचालित वाहन की सुविधा उपलब्ध है।

पुस्तकालय और जलपान गृह की सुविधा

चिड़ियाघर के अंदर 16वीं शताब्दी का एक किला भी स्थित है। यहां स्थित पुस्तकालय में आप जीव-जंतुओं के बारे में और अधिक जानकारी हासिल कर सकते हैं। चिड़ियाघर में आगंतुकों के लिए एक जलपान गृह भी बनाया गया है।

ये बरतें सावधानी

  • 23 सितंबर 2014 को एक सफेद बाघ ने बाड़े में गिरे एक व्यक्ति की जान ले ली थी, इसलिए जरूरी है कि चिड़िया घर में भ्रमण के दौरान जानवरों से तय दूरी बनाकर रखें और सुरक्षा एहतियात का जरूर पालन करें।
  • चिड़िया घर में अपने साथ में पानी लेकर आ सकते हैं, पर भोजन लेकर जाने की अनुमति नहीं है। भीतर कैंटीन में आपको नाश्ता, भोजन मिल जाएगा।
  • यहां मोबाइल से फोटोग्राफी की अनुमति है। व्यावसायिक उद्देश्य के लिए फोटोग्राफी और वीडियो शूटिंग के लिए अनुमति लेनी पड़ती है।

चिड़िया घर खुलने का समय और दिन

चिड़िया घर हर शुक्रवार को बंद रहता है। हफ्ते के बाकी दिन यह खुला रहता है।

गर्मी के दिनों में खुलने का समय : सुबह 8:00 से शाम 6:00 बजे तक।

सर्दी के दिनों में खुलने का समय : सुबह 9:00 से शाम 5:00 बजे तक।

प्रवेश के लिए टिकट दर

भारतीयों के लिए

प्रति वयस्क : 40 रुपये

(5 से 12 वर्ष तक के बच्चों के लिए) : 20 रुपये

वरिष्ठ नागरिकों के लिए : 20 रुपये

विदेशियों के लिए

प्रति वयस्क : 200 रुपये

बैटरी संचालित वाहन का शुल्क

61 रुपये (प्रति व्यक्ति)

चिड़िया घर ऐसे पहुंचें

चिड़िया घर का नजदीकी मेट्रो स्टेशन ब्लू लाइन स्थित प्रगति मैदान है। यहां से चिड़िया घर करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। दिल्ली एयरपोर्ट से चिड़िया घर की दूरी करीब 15 किलोमीटर और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की दूरी करीब 7 किलोमीटर है।

(कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए चिड़िया घर को 5 जनवरी 2022 से अस्थाई तौर पर बंद कर दिया गया है।)

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