बथुआ का साग (Bathua ka Saag) कई बीमारियों में साबित होता है रामवाण

बथुआ का साग (Bathua ka Saag) अलग स्वाद के लिए तो जाना ही जाता है, पर इसके फायदे भी कम नहीं हैं। बथुए में विटामिन B2, B3, B5 और विटामिन C तथा मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, फास्फोरस और सोडियम आदि की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। ये सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित होते हैं। कब्ज, यूरिन, पीरियड की समस्याओं आदि में तो यह रामवाण की तरह काम करता है। बथुए के साग में पाए जाने वाले इन औषधीय गुण के चलते खाने में इसका इस्तेमाल करने वालों की इम्युनिटी भी मजबूत बनी रहती है। इससे बीमारियों का खतरा काफी कम हो जाता है।

बथुआ के साग (Bathua ka saag) के मुख्य फायदे

कब्ज की समस्या से राहत

पाचन समस्या से परेशान लोगों को बथुए के साग का जरूर सेवन करना चाहिए। बथुए के साग में मौजूद प्रोटीन और सोडियम काफी लाभकारी साबित होता है। बथुए की पत्तियों को उबालकर उसका पानी पीने से भी कब्ज, खट्टी डकार, पेट की जलन आदि से राहत मिलती है।

यूरिन की समस्या में लाभकारी

बथुआ के साग में आयरन, पोटैशियम, फास्फोरस, मैग्जीन पाया जाता है। इस साग के नियमित सेवन से यूरिन से जुड़ी दिक्कतों में काफी लाभ पहुंचता है। यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में भी बथुआ का साग मददगार साबित होता है। साग के अलावा बथुए की पत्तियों को दाल में डालकर भी खाया जा सकता है।

पीरियड्स की दिक्कतों में कारगर

पीरियड्स की दिक्कत से परेशान हैं तो बथुए को खाने में शामिल करना चाहिए। इससे पीरियड्स रुक-रुककर आने की समस्या से निजात मिलती है। इसमें बथुए में पाया जाने वाला विटामिन D भी काफी फायदेमंद साबित होता है। बथुए के जूस में काला नमक मिलाकर पीने से भी काफी लाभ पहुंचता है।

खून साफ करने में मददगार

खून साफ न होने से कई बीमारियों को बढ़ावा मिलता है। बथुए का साग खाने से ब्लड साफ रहता है। इस साग में आयरन की भरपूर मात्रा मौजूद होती है, इसलिए इसके सेवन से शरीर में ब्लड का पर्याप्त स्तर बना रहता है। बथुए का रस पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। हालांकि, बथुए का नियमित मात्रा में ही इस्तेमाल करना चाहिए। ज्यादा खाने से दस्त की दिक्कत हो सकती है।

त्वचा के लिए पोषण

बथुए में मौजूद विटामिन B2, B3, B5 तथा विटामिन C त्वचा के लिए काफी लाभकारी साबित होता है। कील-मुहांसे आदि की समस्या से राहत के लिए बथुए के रस में नींबू और काला नमक मिलाकर सप्ताह में एक बार पीना चाहिए। इसका काफी लाभ मिलता है। बथुआ खाने से दाद-खुजली और चर्म रोगों से भी छुटकारा मिलता है।

0.00 avg. rating (0% score) - 0 votes
0 replies

Leave a Reply

Want to join the discussion?
Feel free to contribute!

Leave a Reply

Your email address will not be published.