एक नहीं, तमाम बीमारियों से दूर रखती है बाजरे की रोटी
मोटे अनाज खाने के फायदे तो आपने सुने होंगे, पर इनमें भी बाजरा के फायदे (Benefits of millets) अपने आप में बहुत अलग हैं। बाजरे की रोटी (Bajra ki roti) हमें एक नहीं अनेक बीमारियों से दूर रखती है। क्या बच्चे, क्या बूढ़े, यहां तक कि गर्भवती महिलाओं के लिए भी बाजरा बहुत फायदेमंद साबित होता है। जाड़े में तो बाजरे का सेवन किसी अमृत से कम नहीं माना जाता है। बाजरे के महत्व को देखते हुए ही संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में घोषित किया है। इसके लिए भारत की ओर से प्रस्ताव पेश किया गया था। भारत के इस प्रस्ताव को 72 देशों का समर्थन मिला। इस तरह समझा जा सकता कि दुनिया के देशों में बाजरे का क्या महत्व है। आइए जानते हैं बाजरे के मुख्य फायदे।
ह्रदय रोग
बाजरे में मैग्नीशियम, पोटैशियम, विटामिन बी 6 और फाइबर की काफी प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसके सेवन से ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है। बाजरे के इस्तेमाल से कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटता है। साथ ही, हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे कम होते हैं। बाजरा लिवर भी मजबूत रखता है। यह किडनी के मरीजों के लिए भी उपयोगी है।
हड्डी के रोग
बाजरा खाने से शरीर में कैल्शियम और रक्त की कमी नहीं होती है। इससे हड्डियां भी मजबूत रहती हैं। जोड़ों और घुटनों के दर्द के रोगियों के लिए भी यह लाभकारी होता है। हड्डी के रोग की शिकार महिलाओं और बुजुर्गों के लिए यह रामवाण साबित होता है।
डायबिटीज
बाजरे में अत्यधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है। यह शुगर के लेवल को घटाने का काम करता है। बाजरे में मैग्नीशियम पाया जाता है। यह टाइप टू डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। 2018 के एक अध्ययन के अनुसार बाजरा ब्लड ग्लूकोज को नियंत्रित करता है।
पाचन तंत्र
बाजरा बहुत जल्दी पच जाता है, इसलिए इसके खाने से अपच या पेट में मरोड़ आदि की समस्या नहीं होती है। बाजरे में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, इसलिए इस्तेमाल से पाचन तंत्र ठीक रहता है।
एनीमिया और आयरन की कमी
जिन लोगों को एनीमिया की कमी है, उन्हें बाजरे का सेवन करना चाहिए। बाजरा खाने से खून की कमी नहीं होती, इसलिए एनीमिया से बच सकते हैं। बाजरा शरीर में आयरन की कमी को भी पूरा करता है। गर्भवती महिलाओं को बाजरे की खिचड़ी इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। इसके सेवन करने वाली गर्भवती महिलाओं के बच्चों में लंबे समय तक आयरन की कमी नहीं होती है।
मोटापे की समस्या
बाजरे के सेवन से एनर्जी भरपूर मिलती है। इसमें कैलोरी काफी कम होती है, इसलिए यह वजन घटाने में कारगर साबित होता है। इसमें मौजूद फाइबर और प्रोटीन भी काफी लाभकारी सिद्ध होता है। बाजरे की रोटी खाने से पेट भरा हुआ महसूस होता और जल्द भूख नहीं लगती, इसलिए व्यक्ति बार-बार नहीं खाता है। इससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
इम्यूनिटी और त्वचा रोग
दुर्गापुरी कृषि अनुसंधान संस्थान के कृषि वैज्ञानिकों ने इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में बाजरे की दो नई किस्में (आरचबी-223, आरचबी-234) तैयार की हैं। इन किस्मों के इस्तेमाल से शरीर में जिंक और आयरन की कमी दूर होती है। इससे इम्यूनिटी बढ़ती है और बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है। बाजरे में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स एलर्जी से बचाते हैं और त्वचा और बालों को पोषण प्रदान करते हैं। बाजरा चेहरे की झुर्रियों को कम करने में मदद करता है।
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