संसद भवन (खुलने के दिन, टाइमिंग, पास, प्रवेश शुल्क, म्यूजियम, सेंट्रल विस्टा की पूरी जानकारी)
भारत का संसद भवन (Sansad Bhavan or Parliament of India) दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का एक अनूठा ‘मंदिर’ है। संसद मार्ग, दिल्ली (Sansad marg, Delhi) स्थित इस भवन में संसदीय कार्यवाही संचालित की जाती है (अब यह कार्यवाही नए संसद भवन सेंट्रल विस्टा में चलती है)। इसे विश्व के सर्वोत्तम विधान-भवनों में से एक माना जाता है। संसद परिसर में केंद्रीय कक्ष (सेंट्रल हॉल) का महत्वपूर्ण स्थान है। यहीं पर भारतीय संविधान का मसौदा तैयार हुआ था। अंग्रेजों से भारत को सत्ता हस्तांतरण भी इसी कक्ष में हुआ था। इस केंद्रीय कक्ष में लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक होती है। राष्ट्रपति या विशिष्ट अतिथियों के अभिभाषण के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है। केंद्रीय कक्ष के प्रथम तल पर छह दर्शक दीर्घाएं बनी हुई हैं।
संसद भवन में कहां क्या
संसद भवन के अंतर्गत प्रमुख रूप से लोकसभा, राज्यसभा और लाइब्रेरी हॉल आता है। लोकसभा को आम लोगों का सदन कहा जाता है। जनता से चुनकर आए जनप्रतिनिधि यहां बैठते हैं। सदन की कार्यवाही देखने के लिए पहली मंजिल पर गैलरी बनी हुई है। राज्यसभा को विशिष्ट लोगों का सदन कहा जाता है। लाइब्रेरी हॉल में दर्शकों को देखने के लिए भारतीय संविधान की अंग्रेजी और हिंदी की प्रतिलिपि रखी हुई है। लाइब्रेरी में लगभग सभी भाषाओं के अखबार पहुंचते हैं। सदस्यों के पढ़ने के लिए यह उचित जगह है। परिसर में स्थित संसदीय सौध में राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किए जाते हैं। संसद भवन में स्वागत कक्ष भी बना हुआ है। इसमें सदस्य अपने अतिथियों से मिलते हैं। संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी समेत कई अन्य महापुरुषों की प्रतिमाएं लगी हैं।
संसद भवन का इतिहास
संसद भवन का डिजाइन प्रसिद्ध अंग्रेज वास्तुकार एडवर्ड लुटियंस ने हर्बर्ट बेकर के साथ मिलकर तैयार किया था। इसका शिलान्यास 12 फरवरी 1921 को ड्यूक ऑफ कनॉट ने किया था। संसद भवन को बनने में छह वर्ष का समय लगा। तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इर्विन ने 18 जनवरी 1927 को इसका उद्घाटन किया था। इसके निर्माण में 83 लाख की लागत आई थी। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले स्थित चौसठ योगिनी मंदिर के तर्ज पर संसद भवन को वृत्ताकार बनाया गया है। संसद भवन का व्यास 170.69 मीटर है। इसकी परिधि आधा किलोमीटर से भी अधिक (536.33 मीटर) है। भवन के पहले तल का गलियारा 144 खंभों पर टिका हुआ है। हर खंभे की लंबाई 27 फीट है। कुल छह एकड़ में फैले संसद भवन में 12 द्वार है। इनमें गेट नंबर 1 को मुख्य द्वार के तौर पर प्रयोग किया जाता है।
संसद भवन में प्रवेश का शुल्क
प्रति व्यक्ति : 15 रुपये
खुलने का समय
संसद भवन सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 11 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है। शनिवार और रविवार को यह बंद रहता है।
कैसे घूमें संसद
संसद भवन में आम आदमी को प्रवेश तभी मिल सकता है, जब उसके पास इसके लिए पास (Pass) हो। पास के लिए संसद के किसी गजेटेड अफसर या सांसद से सिफारिश करानी पड़ती है, तभी पास मिलता है। संसद भवन के स्वागत कक्ष में दर्शकों के पास जारी किए जाते हैं। ये दर्शक राज्यसभा, लोकसभा की भीतरी लॉबी और सेंट्रल हॉल देख सकते हैं। संसद की लाइव कार्यवाही देखने के लिए स्पेशल पास जारी किए जाते हैं।
संसद स्थित म्यूजियम
संसद दौरे के दौरान आप यहां स्थित म्यूजियम भी घूम सकते हैं। इस म्यूजियम को 2006 में लोगों के लिए खोल दिया गया था। इस म्यूजियम में 2,500 वर्षों तक की भारतीय धरोहरों, स्वतंत्रता संग्राम और संविधान से जुड़ीं सामग्रियों को रखा गया है। यह म्यूजियम मंगलवार से शनिवार तक सुबह 11 से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है। यह शनिवार और रविवार को बंद रहता है। इसमें प्रवेश के लिए विद्यार्थियों का कोई शुल्क नहीं लगता है। आम लोगों के लिए 10 रुपये प्रवेश शुल्क है।
संसद भवन कैसे पहुंचें
संसद भवन का नजदीकी मेट्रो स्टेशन केंद्रीय सचिवालय है। यहां से संसद भवन की दूरी मात्र 700 मीटर है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन यहां से 4.2 किलोमीटर और नई दिल्ली एयरपोर्ट 11.9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आप अपनी गाड़ी, कैब या ऑटो से भी यहां आसानी से पहुंच सकते हैं।
संसद भवन का पता और फोन नंबर
संसद भवन, संसद मार्ग, जनपथ, नई दिल्ली-110001
फोन नंबर : (011) 2303 4632
नया संसद भवन ‘सेंट्रल विस्टा’
पुराने संसद भवन के पास ही नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा नए संसद भवन ‘सेंट्रल विस्टा’ (Central Vista) का निर्माण कराया गया। इसमें सदस्यों के बैठने के लिए पहले की संसद की 800 सीटों के मुकाबले 1,350 सीटें हैं। नए संसद भवन के निर्माण पर 13 हजार करोड़ की लागत आई है। 28 मई 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेंट्रल विस्टा का उद्घाटन किया था। अब संसद सत्र इसी इमारत में चलता है।
आसपास के प्रमुख स्थल
संसद भवन के दौरे के दौरान पास स्थित इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन, कनॉट प्लेस, श्री गुरुद्वारा बंगला साहिब, जंतर मंतर, नेहरू तारामंडल आदि जगहों पर आसानी से घूम सकते हैं।
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