बेल के शरबत के पांच बेजोड़ फायदे
बेल यानी श्रीफल (Shrifal) प्रकृति का एक अनमोल उपहार है। गर्मी के दिनों में तो यह हर घर में होना ही चाहिए। चिलचिलाती गर्मी में यह काफी ठंडक प्रदान करता है। बेल में फाइबर, पोटैशियम, कैल्शियम, विटामिन B1, B2 और विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। स्वास्थ्य के लिए बेल के एक नहीं, अनेक फायदे (Benefits) हैं।
1. लू से बचाव
बेल (Bel) की तासीर ठंडी होती है। गर्मी में इसका सेवन काफी लाभदायक होता है। इसका शरबत हमें काफी कूल रखता है। लू लगने पर इसके रस को मिश्री के साथ लिया जाता है। ज्यादा गर्मी या लू की वजह से जिस भी व्यक्ति की नाक से खून निकलता है, उसे बेल का शरबत जरूर पीना चाहिए।
2. कब्ज से राहत
बेल के शरबत के इस्तेमाल से अपच और पेट में गैस की समस्या से छुटकारा मिलता है। दस्त और डायरिया में यह काफी फायदेमंद माना जाता है। इसमें गुड़ या चीनी मिलाकर इस्तेमाल किया जा सकता है, पर उसकी मात्रा कम ही रखनी चाहिए।
3. इम्यूनिटी बढ़ाए
बेल में विटामिन C और जिंक की काफी मात्रा पाई जाती है। ये इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार साबित होते हैं। इसके सेवन से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। बेल का जूस दिल की बीमारी में भी काफी लाभकारी होता है।
4. खून साफ करने में मददगार
बेल के शरबत में गर्म पानी मिलाकर पीने से खून साफ करने में मदद मिलती है। हालांकि डायबिटीज, हार्ट या किसी अन्य तरह की गंभीर बीमारी के मरीजों को इसके किसी भी तरह के नियमित इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
5. चर्बी घटाए
बेल में फाइबर की मात्रा अधिक पाई जाती है, इसलिए यह पेट की चर्बी घटाने में मददगार होता है। यह स्किन और बालों के लिए लाभकारी साबित होता है। इसके सेवन से बाल झड़ने की समस्या से छुटकारा मिलता है।
बेल का शरबत : इसका भी रखें ध्यान
- बेल का जूस ज्यादा पीने से पेट दर्द होने लग सकता है। ऐसी दिक्कत सभी को तो नहीं, पर कुछ लोगों को हो सकती है।
- डायबिटीज के मरीजों को कम मात्रा में बेल का शरबत पीना चाहिए। ज्यादा पीने से शुगर लेबल बढ़ सकता है।
- गर्भवती महिलाओं को बेल का शरबत ज्यादा पीने पर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
- गर्म कॉफी या चाय पीने के तुरंत बाद बेल का शरबत नहीं पीना चाहिए।
बेल के शरबत से जुड़े कुछ प्रश्न और उनके उत्तर
बेल का शरबत कब पीना चाहिए?
बेल का शरबत सुबह पीना काफी लाभदायक होता है। दोपहर में 1 गिलास बेल का शरबत तरोताजा कर देता है।
बेल का शरबत खाली पेट पीना चाहिए?
बेल का शरबत खाली पेट पीने से बैक्टीरिया और वायरस से होने वाली समस्याओं से राहत मिलती है। इससे इम्युनिटी भी बढ़ती है।
क्या रोज बेल का शरबत पीना चाहिए?
अगर डायबिटीज या इस तरह की कोई दिक्कत नहीं है तो रोज 1 गिलास बेल का शरबत पीया जा सकता है।
क्या बेल का शरबत पीने से एसिडिटी होती है?
बेल में पाए जाने वाला म्यूसिलेज और टैनिन गैस्ट्रिक एसिड के स्राव को कम करते हैं। इससे पेट साफ रहता है।
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