नेहरू तारामंडल, दिल्ली : प्रवेश, प्रमुख आकर्षण और टिकट दर के बारे में पूरी जानकारी

दिल्ली के तीन मूर्ति भवन स्थित नेहरू तारामंडल (Nehru Planetarium, Delhi) कई मामलों में अपने आप में अनूठा है। यहां ग्रहों, उपग्रहों, सितारों और ब्रह्मांड से जुड़ीं तमाम जानकारियां आपको कॉस्मिक शो, फिल्म, प्रोजेक्टर आदि के जरिए दिखाई जाती हैं। स्काई थियेटर का शो खासकर बच्चों को खूब भाता है। सामान्य दिनों में हर वर्ष करीब 2 लाख लोग तारामंडल देखने के लिए आते हैं। स्कूल-कॉलेजों के शैक्षणिक टूर के लिए यह सर्वोत्तम स्थान है।

तारामंडल के बारे में

नेहरू तारामंडल बनाने की शुरुआत 1982 में की गई थी और 1984 में इसमें पहला कार्यक्रम हुआ। इसका उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 6 फरवरी 1984 को किया था। दरअसल तारामंडल इंदिरा गांधी की ही परिकल्पना के बाद अस्तित्व में आया। पूर्व प्रधानमंत्री और इंदिरा गांधी के पिता जवाहरलाल नेहरू का बच्चों और विज्ञान के प्रति लगाव को देखते हुए इस तारामंडल को उन्हीं के नाम पर बनाया गया। तारामंडल को बनाने में जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल फंड का इस्तेमाल किया गया। पहले यह तारामंडल नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी के तहत संचालित था। जून 2023 में नरेंद्र मोदी सरकार ने इसका नाम बदलकर प्रधानमंत्री मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी कर दिया। तारामंडल की इमारत को पत्थर का बनाया गया है। इसके पीछे कारण यह था कि आसपास बने मुगलकालीन ढांचे और इसमें समानता बनी रहे। जिस तीन मूर्ति भवन में यह तारामंडल बना हुआ है, वह कभी जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास स्थान था, जिसे अब म्यूजियम के रूप में तब्दील कर दिया गया है।

ये हैं प्रमुख आकर्षण

  • तारामंडल में ग्रहों, उपग्रहों और ब्रह्मांड से जुड़ीं तमाम जानकारियों को स्काई थियेटर के अंदर बहुत ही सजीव तरीके से प्रदर्शित किया जाता है। स्काई थियेटर को गुंबद के आकार में बनाया गया है, ताकि खगोलीय गतिविधियों को आसानी से समझा जा सके। स्काई थियेटर में एक साथ 270 लोग बैठकर शो देख सकते हैं। समय-समय पर घटित होने वाली घटनाओं को भी इस शो में जोड़कर दिखाया जाता है।
  • आप तारामंडल जाएं तो सोयूज टी-10 का ओरिजनल कैप्सूल जरूर देखकर आएं। यह वही कैप्सूल है, जिसमें अपने देश के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा अंतरिक्ष यात्रा के बाद वापस आए थे। इस कैप्सूल को रूस ने भारत को उपहार में दिया था।
  • तारामंडल का एक अन्य प्रमुख आकर्षण वजन तौलने वाली मशीन है। चन्द्रमा और बृहस्पति ग्रह पर जाने पर आपका वजन कितना होगा, इस मशीन के जरिए आप पता कर सकते हैं।

खगोलीय घटनाओं का गवाह बनें

समय-समय पर घटित होने वाली घटनाओं को जानने और देखने के लिए यहां प्रदर्शनी और कार्यक्रम किए जाते हैं। इस दौरान यहां लोगों को निशुल्क टेलिस्कोप की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है, ताकि वो खगोलीय घटनाओं को बारीकी से देख सकें।

तारामंडल खुलने का समय और दिन

तारामंडल मंगलवार से लेकर रविवार तक खुला रहता है। यह सुबह 9:00 से शाम 5:00 बजे तक खुलता है। सोमवार को यह बंद रहता है।

प्रवेश के लिए टिकट दर

तारामंडल में प्रति वयस्क 50 रुपये का टिकट है। 4 से 12 वर्ष तक के लिए प्रति व्यक्ति टिकट 20 रुपये का है। प्रति स्कूली छात्र के लिए भी 20 रुपये का ही टिकट है।

तारामंडल कैसे पहुंचें

नेहरू तारामंडल का नजदीकी मेट्रो स्टेशन यलो लाइन स्थित लोक कल्याण मार्ग मेट्रो स्टेशन है। इसके अलावा उद्योग भवन मेट्रो स्टेशन भी यहां से नजदीक है। दोनों मेट्रो स्टेशन यहां से 3 किलोमीटर से भी कम दूरी पर स्थित हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन यहां से 7.3 किलोमीटर की दूरी पर है, जबकि दिल्ली एयरपोर्ट की यहां से दूरी करीब 9.3 किलोमीटर है।

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