यह खास मशरूम हृदय और कैंसर रोग से भी बचाएगा
मशरूम सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है, पर इस मशरूम की तो बात ही अलग है। इसे ब्लैक फंगस (Black Fungus) मशरूम कहा जाता है। इसे ट्री ईयर (Tree Year) या क्लाउड ईयर (Cloud Year) फंगस के तौर पर भी जाना जाता है। यह हृदय और कैंसर रोगों समेत हमें कई और बीमारियों से बचाता है। ब्लैक फंगस को चीन में तो औषधि के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है। बाजार में यह सूखा ही मिलता है, पर प्रयोग से एक घन्टे पहले इसे पानी में भिगोना होता है। इससे यह आकार में करीब 3 गुना बढ़ जाता है। उत्तर भारत में कई जगह इसकी पैदावार होती है। इसे ऑनलाइन मंगाया जा सकता है। इसके कैप्सूल भी मार्केट में उपलब्ध हैं।
एन्टी ऑक्सीडेंट्स ऐसे करता है काम
ब्लैक फंगस मशरूम में पोलीफेनॉल्स नामक एंटीऑक्सीडेंट्स पाया जाता है। यह शरीर के अंदर बुरे कोलेस्ट्रॉल को घटाने का काम करता है। इससे हृदय संबंधी बीमारियों की आशंका घट जाती है। पोलीफेनॉल्स युक्त आहार लेने वालों को कैंसर होने का खतरा बहुत कम होता है। एंटीऑक्सीडेंट्स के चलते ब्लैक फंगस मशरूम अल्जाइमर और डिमेंशिया में भी काफी लाभदायक सिद्ध होता है।
दिमाग और हड्डियों के लिए फायदेमंद
ब्लैक फंगस मशरूम में कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और फोलेट पाया जाता है। इन वजहों से हमारी हड्डियां मजबूत रहती हैं। इस मशरूम में कैलोरी की मात्रा बहुत कम पाई जाती है, जबकि फाइबर की मात्रा अधिक होती है। सात-आठ ग्राम सूखे ब्लैक फंगस मशरूम में फाइबर की मात्रा पांच ग्राम पाई जाती है। इसमें प्रोटीन भी पाया जाता है। इन तत्वों से दिमाग को नई ऊर्जा मिलती है।
पाचन सुधारे, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए
ब्लैक फंगस मशरूम खाने से पाचन तंत्र सही रहता है। इसके सेवन से शरीर में अच्छे बैक्टीरिया (प्रोबियोटिक्स) का विकास होता है। इससे कब्ज से राहत मिलती है। इतना ही नहीं, इससे प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है। इस मशरूम में फाइबर की अधिकता के चलते भी यह पाचन सुधारने में कारगर साबित होता है। इस मशरूम के विकल्प में इसके कैप्सूल भी लिए जा सकते हैं। हालांकि किसी भी तरह की दवा लेने वालों को इसके सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। ब्लड थिनर का प्रयोग करने वालों को इस मशरूम का सेवन नहीं करना चाहिए।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!