पुराना किला का म्यूजियम, झील तथा लाइट और साउंड शो सब कुछ है खास
पर्यटक स्थल : पुराना किला, नई दिल्ली (Purana Qila, New Delhi)
स्थित : दिल्ली चिड़ियाघर के नजदीक
खुले रहने के दिन : हफ्ते के सभी दिन
खुलने का समय : सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक।
प्रवेश शुल्क : 30 रुपये (भारतीयों के लिए)। 300 रुपये (विदेशियों के लिए)
फोटोग्राफी शुल्क : स्टिल कैमरा (निशुल्क)। वीडियो कैमरा (25 रुपये)
पहुंचने के लिए नजदीकी मेट्रो स्टेशन : प्रगति मैदान
नजदीक के एयरपोर्ट : आईजीआई एयरपोर्ट, नई दिल्ली और हिंडन एयरपोर्ट, गाजियाबाद
नई दिल्ली स्थित पुराना किला (Purana Qila, New Delhi) की खूबसूरती उसके निर्माण के 450 वर्षों बाद आज भी जरा सी कम नहीं हुई है। यह किला कभी हुमायूं के सपनों के शहर ‘दीनपनाह’ का सबसे प्रमुख आकर्षण था। यह दिल्ली के पुराने किलों में से एक है। किले के अंदर घूमने के लिए कई खास स्थल हैं। यहां का लाइट और साउंड शो काफी प्रसिद्ध है। किले के अंदर स्थित झील को अब और आकर्षक बना दिया गया है। इसके किनारे सैर के लिए पाथ बनाए गए हैं। रात में रंग-बिरंगी रोशनी के बीच यहां सैर एक यादगार लम्हा होता है। यहां घूमने जाने के लिए 4-5 घन्टे लेकर जाना चाहिए, तभी आप आराम से घूम सकते हैं। शांत वातावरण और हरियाली के बीच परिवार के साथ समय बिताने के लिए यह सर्वोत्तम स्थान है।
किले के बारे में
पुराने किला और परिसर का निर्माण अफगान शासक शेरशाह सूरी और मुगल शासक हुमायूं के शासनकाल में 16वीं शताब्दी में किया गया था। 1.5 किलोमीटर से भी अधिक क्षेत्र में फैले इस किले को पहली बार 1538 में खोला गया था। इस बात के प्रमाण मिले हैं कि यह किला कभी पांडवों की राजधानी रही इंद्रप्रस्थ के भूभाग पर बना है। किले के अंदर मुगल, अफगानी और हिंदू वास्तुकला का सुंदर नमूना देखने को मिलता है। यमुना नदी के तट पर बने इस किले की सुरक्षा के लिए नदी से जोड़ती हुई एक खाई भी बनाई गई थी। किले की चारदीवारी करीब 2.4 किलोमीटर लंबी है। किले के अंदर तीन विशाल द्वार हैं -हुमायूं दरवाजा, तलाकी दरवाजा और बारा दरवाजा। इसके अलावा एक मस्जिद भी है, जिसमें दो तलीय अष्टभुजी स्तंभ है। किले के अंदर स्थित म्यूजियम भी घूमने लायक है। इसमें मौर्य, गुप्त समेत कई शासकों के पुराने हथियार और उपकरण रखे गए हैं। इसके अलावा आजादी की पहली लड़ाई से जुड़ीं पांडुलिपियां भी मौजूद हैं।
पुराना किला परिसर के प्रमुख आकर्षण
- पुराना किला म्यूजियम
- शेर मंडल (अष्टकोणीय दो मंजिला टावर)
- किला-ए-कुहना मस्जिद
- तीन विशाल दरवाजे (लाल बलुआ से निर्मित)
- कैरूल मंजिल मस्जिद
लाइट और साउंड शो
पुराना किला परिसर में हर शाम को प्रसिद्ध लाइट और साउंड शो का आयोजन किया जाता है। इसमें किले की दीवार पर दिल्ली का इतिहास वीडियो के माध्यम से दिखाया जाता है। इसका नाम दिया गया है -इश्क-ए-दिल्ली। यह करीब एक घंटे का शो होता है। इसे देखने के लिए रोज बहुत से विदेशी भी पहुंचते हैं।
शो का समय
- शाम 7:30 से 8:30 बजे रात तक (हिंदी में)
- रात 9:00 से 10 बजे तक (शुक्रवार को छोड़कर)
शो के लिए टिकट
- वयस्क : 100 रुपये
- छात्र, बुजुर्ग, दिव्यांग और बच्चे (3 से 12 वर्ष के लिए) : 50 रुपये
पुराना किला स्थित झील
पुराना किला का मुख्य आकर्षण यहां स्थित झील भी है। 2018 में पुनर्निर्माण के बाद इस झील का कायाकल्प हो चुका है। 28,300 वर्ग किलोमीटर में स्थित इस झील के किनारे सैर के लिए पाथ बनाया गया है। आसपास हरियाली के बीच यह सैर काफी आनंदित करती है। रात के समय यहां की रंग-बिरंगी रोशनी आकर्षण और बढ़ा देती है।
पुराना किला के पास स्थित घूमने वाली जगह
- राष्ट्रीय चिड़ियाघर
- इंडिया गेट
- हुमायूं का मकबरा
- मिर्जा गालिब का मकबरा
- अक्षरधाम
- संसद भवन
- राष्ट्रपति भवन
- जंतर मंतर
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